Heart Touching Shayari Pic in full HD

True love shayari are very popular nowadays as they convey the feelings of heart. Hence they are in very demand it's very difficult to find the perfect shayari which anyone can relate to themselves.  

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True Love Shayari :



Agar mai mar jaau to mujhe jala dena,
Magar mujhme se mera dil nikal lena,
Mujhe parwah nahi dil jal jane ki,
Mujhe parwah hai usme rahne wale ki...

अगर मै मर जाऊ तो मुझे जला देना, 
मगर मुझमे से मेरा दिल निकाल लेना, 
मुझे परवाह नहीं दिल जल जाने की, 
मुझे परवाह है उसमे रहने वाले की..... 


Kitna bebas hain insaan kismat ke aage
Har sapna tut jata hain hakikat ke aage,
Jisne kbhi duniya me haarna nahi sikha
Wo bhi haar jata hain mohabbat ke aage...

कितना बेबस है इंसान किस्मत के आगे, 
हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे, 
जिसने कभी दुनिया मे हारना नहीं सीखा, 
वो भी हार जाता है मोहब्बत के आगे... 



Hoti nahi mohabbat surat se
Mohabbat to dil se hoti hain.
Surat unki khud hi pyari lagti hai
Kadar jinki dil mein hoti hain...

होती नहीं मोहब्बत सुरत से, 
मोहब्बत तो दिल से होती है, 
सुरत उन की खुद ही प्यारी लगती है, 
कदर जिनकी दिल मे होती है..... 



Zaruri to nahi ke insan pyar ki murat ho,
Zaruri to nhi ki insan achha or khubsurat ho
Par sab se sundar woh insan hain,
Jo aapke sath ho jab aapko uski zarurat ho..!

जरुरी तो नहीं के इंसान प्यार की मूरत हो, 
जरूरी तो नहीं के इंसान अच्छा और खूबसूरत हो, 
पर सब से सुन्दर वो इंसान है, 
जो आपके साथ हो जब आपको उसकी जरूरत हो... 


Pyar koi barish ka naam nhi
Jo barse aur tham jaaye
Pyar suraj bhi nahi ,
Jo chamke aur doob jaye, 
Pyar to naam hai saans ka, 
Jo chale toh zindagi aur, 
Ruke toh maut ban jaaye..!!

प्यार कोई बारिश का नाम नहीं, 
जो बरसे और थम जाए, 
प्यार सूरज भी नहीं, 
जो चमके और डूब जाए, 
प्यार तो नाम है साँस का, 
जो चले तो ज़िन्दगी और, 
रुके तो मौत बन जाये.... 



Pyar ke panno se bhari kitab ho tum,
Rishton ke phulo me gulab ho tum,
Kuchh log kehte hai ki pyar sacha nahi hota,
Un logon ke har sawaal ka jawab ho tum..!!

प्यार के पन्नों से भरी किताब हो तुम, 
रिश्तो के फूलो मे गुलाब हो तुम, 
कुछ लोग कहते है की प्यार सच्चा नहीं होता, 
उन लोगो के हर सवाल का जवाब हो तुम.... 



Meri chaahatein tumse alag kab hain,
Dil ki baatein tum se chhupi kab hain,
Tum saath raho dil me dhadkan ki jagah,
Phir zindagi ko saanso ki zarurat kab hai....

मेरी चाहते तुम से अलग कब है, 
दिल की बाते तुम से छुपी कब है, 
तुम साथ रहो दिल मे धड़कन की जगह, 
फिर ज़िन्दगी को सांसो की ज़रूरत कब है.... 



Ruth jao kitna bhi mana lenge,
Dur jao kitna bhi bula lenge
Dil aakhir dil hai sagar ki ret to nahi
Ki naam likh kar use mita denge..

रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे, 
दूर जाओ कितना भी बुला लेंगे, 
दिल आखिर दिल है सागर की रेत तो नहीं, 
की नाम लिख कर उसे मिटा देंगे... 


Kyu tujhe hi dekhna chahti hai meri aankhe
Kyu khamoshiya karti hai bas teri baatein,
Kyu itna chahane laga hoon tujhko main
Ki taare ginte huye kat-ti hai meri raatein...

क्यों तुझे ही देखना चाहती है मेरी आँखे, 
क्यों खामोशियाँ करती है बस तेरी बाते, 
क्यों इतना चाहने लगा हूँ तुझको मै, 
की तारे गिनते हूए कटती है मेरी राते.... 



Tu hi kuchh bata de kya main karu inka
Har pal jo mujhe tadpaati hai teri yaadein...

तू ही कुछ बता दे क्या मै करू इनका, 
हर पल जो मुझे तड़पाती है तेरी यादें... 



Tere pyar mein do pal ki zindagi bahut hain,
Ek pal ki hansi aur ek pal ki khushi bahut hai,
Yeh duniya mujhe jane, ya na jaane,
Teri aankhe mujhe pehchane yehi bahut  hain..

तेरे प्यार मे दो पल की ज़िन्दगी बहुत है, 
एक पल की हसीं और  एक पल की ख़ुशी बहुत है, 
ये दुनिया मुझे जाने या ना जाने, 
तेरी आँखे मुझे पहचाने यही बहुत है.... 



Badi muddat se chaha hain tujhe,
Badi duaon se paya hain tujhe,
Tujhe khone ki sochu bhi to kaise,
Kismat ki lakiro se churaya hai tuje....

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे, 
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे, 
तुझे खोने की  सोचु भी तो कैसे, 
किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझे.... 


Kisi ko pyar itna dena ki had na rahe,
Par aitbaar bhi itna rakna ki shak na rahe
Wafa itni karna ki bewafai naa ho,
Aur dua bas itni karna ki judai na ho...

किसी को प्यार इतना देना की हद्द ना रहे, 
पर ऐतबार भी इतना रखना की शक ना रहे, 
वफ़ा इतनी करना की बेवफाई ना हो, 
और दुआ बस इतनी करना की जुदाई ना हो.... 



Pyar use karo jo tumse pyar kare,
Khud se bhi jyada tum par aitbaar kare
Tum bas ek bar kaho ki ruko do pal,
Aur wo un do palo
Ke liye puri zindagi intezar kare...

प्यार उसे करो जो तुमसे प्यार करें, 
खुद से भी ज़्यादा तुम पर ऐतबार करें,
तुम बस एक बार कहो की रुको दो पल, 
और वो उन दो पलों 
के लिये पूरी ज़िन्दगी इंतेज़ार करें.... 




Ishq Shayari :



Tum Ko To Jaan Se Pyara Bana Liya, 
Dil Ka Sukoon Aankh Ka Tara Bana Liya, 
Ab Tum Saath Do Ya Na Do Tumhari Marzi, 
Humne To Tumhe Zindgi Ka Sahara Bana Liya!

तुमको जान से प्यारा बना लिया, 
दिल का सुकून आँख का तारा बना लिया, 
अब तुम साथ दो या ना दो तुम्हारी मर्ज़ी, 
हमने तो तुम्हे ज़िन्दगी का सहारा बना लिया.... 


Kisi Ka Ishq Kisi Ka Khyaal The Hum Bhi, 
Gaye Dino Me Bahut Ba-Kamaal The Hum Bhi!

किसी का इश्क़ किसी का ख्याल थे हम भी, 
गए दिनों मे बहुत बाकमाल थे हम भी.... 



Farishte Hi Honge Jinka Hua ishq Mukammal, 
Insaano Ko To Humne Sirf Barbaad Hote dekha Hai.

फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल, 
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है... 



Tera Mera Ishq Hai Zamane Se Kuchh Juda 
Ek Tumhari Kahani Hai Lafzo Se Bhari, 
Ek Mera Kissa Hai Khamoshi Se Bhara.

तेरा मेरा इश्क़ है ज़माने से कुछ जुदा, 
एक तुम्हारी कहानी है लफ्ज़ो से भरी, 
एक मेरा किस्सा है ख़ामोशी से भरा.... 



Anjaan Se Raaho Par Chalne Ka Tajurba Nahi Tha, 
Ishq Ki Raah Ne Mujhe Ek HunarMand Raahi Bana Diya.

अंजान से राहो पर चलने का तजुर्बा नहीं था, 
इश्क़ की राह ने मुझे एक हुनरमंद रही बना दिया.... 


Yeh Mera Ishq Tha Ya Fir Deewangi Ki Inteha, 
Ke Tere Qareeb Se Guzar Gaye Tere Hi Khayal Se!

ये मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहा, 
की तेरे करीब से गुज़र गए तेरे ही ख्याल से... 



Ishq Ko Bhi Ishq Ho To 
Fir Main Dekhu Ishq Ko Bhi, 
Kaise Tadpe Kaise Roye, 
Ishq Apne Ishq Me....

इश्क़ को भी इश्क़ हो तो,
फिर मै देखु इश्क़ को भी, 
कैसे तड़पे कैसे रोए, 
इश्क़ अपने इश्क़ मे... 



Khatm Ho Gayi Kahani, 
Bas Kuchh Alfaz Baaki Hain, 
Ek Adhure Ishq Ki, 
Ek Muqammal Si Yaad Baki Hai !

ख़तम हो गयी कहानी, 
बस कुछ अलफ़ाज़ बाकी है, 
एक अधूरे इश्क़ की, 
एक मुकम्मल सी याद बाकी है.... 



Naqaab Kya Chhupayega 
Shabab-e-Husn Ko, 
Nigaah-e-Ishq To 
Patthar Bhi Cheer Deti Hai !

नक़ाब क्या  छुपायेगा, 
शबाब-ए-हुस्न को, 
निगाह -ए इश्क़ तो, 
पत्थर भी चीर देती है...


Us Se Kah Do Ki 
Meri Saza Kuchh Kam Kar De, 
Hum Peshe Se Mujrim Nahi Hain, 
Bas Galati Se Ishq Hua Hai !

उस स कह दो की, 
मेरी सजा कुछ कम कर दे, 
हम पेशे से मुजरिम नहीं है, 
बस गलती से इश्क़ हुआ है..... 



Dil-e-Gumrah Ko 
Kash Ye Malum Hota, 
Pyaar Tab Tak Haseen Hai 
Jab Tak Nahi Hota !

दिल -ए -गुमराह को, 
काश ये मालूम होता, 
प्यार जब तक हसीन है, 
जब तक नहीं होता.... 



Khidki Se Jhankta Hu Main, 
Sabse Najar Bacha Kar, 
Bechain Ho Raha Hu, 
Kyu Ghar Ki Chhat Pe Aakar, 
Kya Dhoondhta Hu, 
Jaane Kya Cheej Kho Gayi Hai, 
Insaan Hu, 
Shayad Mohabbat Mujhko Ho Gayi Hai!

खिड़की से झांकता हूँ मै, 
सबसे नज़र बचा कर, 
बेचैन हो रहा हूँ, 
क्यों घर की छत पे आकर, 
क्या ढूंढता हूँ, 
जाने क्या चीज खो गयी है, 
इंसान हूँ, 
शायद मोहब्बत मुझको हो गयी है.... 



Mat Kiya Kijiye... 
Din Ke Ujalon Ki Khwahishen, 
Ye Aashiqon Ki Bastiyan Hain 
Yaha Chaand Se Din Nikalta Hai..!! 

मत किया कीजिये,
दिन के उजालों की ख्वाहिशें 
ये आशिक़ो की बस्तिया है, 
यहाँ चाँद से दिन निकलता है.... 



Khuda Ki Rahmat Me Arziyan Nahi Chalti, 
Dilon Ke Khel Me Khudgarziyan Nahi Chalti ! 
Chal Hi Pade Hain To Ye Jaan Lijiye Huzoor, 
Ishq Ki Raah Me Man-marjiyan Nahi Chalti !!

खुदा की रेहमत मे अर्ज़िया नहीं chalti, 
दिलो के खले मे ख़ुदग़र्ज़िया नहीं चलती, 
चल ही पड़े है तो ये जान लीजिये हुज़ूर, 
इश्क़ की राह मे मनमर्ज़िया नहीं चलती.... 



Dil Ki Aawaz Ko Izhaar Kahte Hain, 
Jhuki Nigaah Ko Ikraar Kahte Hain, 
Sirf Paane Ka Naam Ishq Nahi, 
Kuchh Khone Ko Bhi Pyar Kahte Hain.

दिल की आवाज़ को इज़हार कहते है, 
झुकी निगाह को इकरार कहते है,
सिर्फ पाने का नाम इश्क़ नहीं, 
कुछ खोने को भी प्यार कहते है.... 



Do Baaten Unse Ki To Dil Ka Dard Kho Gaya, 
Logon Ne Humse Puchha Ki Tumhe Kya Ho Gaya, 
Bekaraar Aankho Se Sirf Hans Ke Hum Rah Gaye, 
Ye Bhi Na Kah Sake Ki Hamen Ishq Ho Gaya...!

दो बाते उनसे की तो दिल का दर्द खो गया, 
लोगो ने हमसे पूछा कि तुमहे क्या हो गया, 
बेक़रार आँखो से सिर्फ हँस के हम रह गए, 
ये भी ना कह सके की इश्क़ हमें हो गया.... 



Ehsaas-e-Mohabbat Ke Liye 
Bas Itna Hi Kaafi Hai, 
Tere Bagair Bhi Hum Tere Hi Rahte Hain !

एहसास -ए -मोहब्बत के लिये, 
बस इतना ही काफ़ी है, 
तेरे बगैर भी हम तेरे ही रहते है.... 



Aye Ashiq Tu Soch Tera Kya Hoga, 
Kyunki Hasr Ki Parwaah Main Nahi Karta, 
Fannah Hona To Riwayat Hai Teri, 
Ishq Naam Hai Mera Main Nahi Marta !

ए आशिक  तू सोच तेरा क्या hoga,
क्यूकि हश्र की परवाह मै नहीं करता, 
फ़ना होना तो रिवायत है तेरी, 
इश्क़ नाम है मेरा मै नहीं मरता.... 



Heart Touching  :




उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको..
और हम.. उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं..

Unhone waqt samajh kar guzaar diya humko, 
Aur hum.....
Unko zindagi samajh kar aaj bhi jee rahe hai....



सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग..
एक नज़र हमको भी देख लो.. ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती..!!

Suna hai tumhari ek nigaah se katal hote hai log, 
Ek nazar humko bhi dekh lo...Zindagi acchi nahi lagti...


वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए..
मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे पाने के लिए..!!

Woh itna royi meri maut par mujhe jagane ke liye...
Mai marta hi kyu agar wo thoda ro deti mujhe paane le liye....



खुद भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है..
ये बारिश का मौसम, उसकी याद दिला के जाता हैं।

Khud bhi rota hai,  mujhe bhi rula ke jata hai..
Yeh barish ka mausa.,  uski yaad dila ke jata hai.....



बड रहा है दर्द गम उस को भूला देने के बाद
याद उसकी और  आई खत जला देने के बाद!

Badh raha hai dard gham usko bhula dene ke baad, 
Yaad uski aur aayi khat jala dene ke baad.....



निगाहों से भी चोट लगती है जनाब..
जब कोई देख कर भी अन्देखा कर देता है..!!

Nigaho se bhi chot lagti hai janaab, 
Jab koi dekh kar bhi andekha kar deta hai....


वो दुआएं काश मैने दीवारों से मांगी होती,
ऐ खुदा.. सुना है कि उनके तो कान होते है!!

Woh duaae kaash maine deewaro se mangi hoti, 
Aye khuda.. suna hai ki unke toh kaan hote hai....



आईना आज फिर रिशवत लेता पकडा गया,
दिल में दर्द था और  चेहरा हंसता हुआ पकडा गया

Aaina aaj fir rishwat leta pakda gaya, 
Dil me dard tha aur chehra hasta hua pakda gaya....



इश्क है या इबादत.. अब कुछ समझ नहीं आता,
एक खुबसूरत ख्याल हो तुम जो दिल से नहीं जाता.

Ishq hai ya ibadat ab kuch samajh nahi aata, 
Ek khubsurat khayal ho tum jo dil se nahi jata.....



लोगो ने कुछ दिया, तो सुनाया भी बहुत कुछ
ऐ खुदा.. एक तेरा ही दर है, जहा कभी ताना नहीं मिला!!

Logo ne kuch diya,  toh sunaya bhi bahut kuch, 
Aye khuda.. ek tera hi dar hai,  jaha kabhi taana nahi mila....


कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है !!

Kahi fisal na jaau tere khayalo me chalte chalte, 
Apnk yaado ko roko mere sheherme barish ho rahi hai....



फ़िक्र तो तेरी आज भी है..
बस .. जिक्र का हक नही रहा।

Fikra  toh teri aaj bhi hai, 
Bas.. zikra ka hakk nahi raha...



तुमसे ऐसा भी क्या रिश्ता है ?
दर्द कोई भी हो.. याद तेरी ही आती है....

Tumse aisa bhi kya rishta hai, 
Dard koi bhi ho.... yaad teri hi aati hai...



काग़ज़ पे तो अदालत चलती है..
हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये।

Kaagaz pe toh adalat chalti hai, 
Humne toh teri aakho.ke faisle manzoor kiye hai....



मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े टुकड़े, 
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ कर बहुत रोए... 

Mere saamne kar diye meri tasveer k Tukde-Tukde..
Pata chala mere peechhe wo unhe jod kar bahut Roye..!


तेरे ना होने से कुछ भी नहीं बदला, 
बस कल जहा दिल होता था,  आज वहा दर्द होता है.... 

Tere na hone se kuchh bhi nahi badla,.
Bas kal jaha Dil hota tha, Aaj waha dard hota hai..!!



डूबे हुओं को हमने बिठाया था अपनी कश्ती में यारो,
और फिर कश्ती का बोझ कहकर, हमें ही उतारा गया।

Dube huye ko humne bithaya tha apni kashti me yaaro, 
Aur fir kashti ka bojh kehkar,  hume hi utara gaya.... 



बिक रहे हैं ताज महल सड़क-चौराहों पर आज भी..
मोहब्बत साबित करने के लिए बादशाह होना जरुरी नहीं..!!

Bik rahe hai taj mahal sadak chaurahe par aaj bhi, 
Mohabbat sabit karne kiye badshah hona zaroori nahi.... 



दिल टूटने पर भी जो शख्स आपसे शिकायत तक न कर सके…
उस शख्स से ज्यादा मोहब्बत आपको कोई और नही कर सकता

Dil tutne par bhi jo shaks aapse shikayat tak na kar sake, 
Us shaks se zyada mohabbat aapko koi aur nahi kar sakta.... 



कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने
मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये

Kuch log aaye the mera dukh baatne, 
Mai jab khush hua toh khafa ho kar chale gaye.... 



जो मेरे बुरे वक्त में मेरे साथ है
मे उन्हें वादा करता  हूँ मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिए होगा.... 

Jo mere bure waqt me mere saath hai, 
Mai unhe wada karta hu mera accha waqt sirf unke liye hoga.... 



अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा
तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते

Agar tum samajh paate meri chahat ki inteha, 
Toh hum tumse nahi tum humse mohabbat karte..... 


निकली थी बिना नकाब आज वो घर से
मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया...

Nikli thi bina naqaab aaj woh ghar se, 
Mausa ka dil machla logo ne bhukamp keh diya....



झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ सुबह और शाम मैं
सच बोलने की अदा ने हमसे कई अजीज़ यार छीन लिये|

Jhuth bolne ma riyaz karta hu subah aur shaam mai, 
Sach bolne ki adaa ne humse kai ajeez yaar chhin liye....



कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं मै वो शख़्स नही
वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है

Kaagzo pe likh kar zayakar du mai woh shaks nahi, 
Woh shayar hu jise dilo pe likhne ka hunar aata hai....


अरे कितना झुठ बोलते हो तुम
खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है

Are kitna jhuth bolte ho tum, 
Khush ho aur keh rahe ho mohabbat bhi ki hai....



अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी…!
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सकून से सोया करते थे…!!

Adhuri mohabbat mili toh neende bhi ruth gayi, 
Gumnam zindagi thi toh kitne sukoon se soya karte the.....



वहां तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन है,
जहाँ हालात बदलेंगे वहां तुम भी बदल जाना.

Waha tak toh saath chalo jaha tak saath mumkin hai, 
Jaha haalat badlenge waha tum bhi badal jana....



किसी को क्या बताये की कितने मजबूर है हम..
चाहा था सिर्फ एक तुमको और अब तुम से ही दूर है हम।

Kisi ko kya bataye ki kitne majboor hai hum, 
Chaha tha sirf ek tumko aur ab tum se hi dur hai hum....


बात मुक्कदर पे आके रुकी है वर्ना,
कोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे चाहने में !

Baat muqaddar pe aake ruki hai warna, 
Koi kasar toh  na chhodi thi tujhe chahne me....



अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा
जहाँ लोग मिलते कम झांकते ज़्यादा है...

Ajeeb si basti me thikana hai mera, 
Jaha log milte kam jhakte zyada hai....



किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर ख़ामोश..!!

Kitabe bhi bilkul meri tarah hai, 
Alfaaz zs bharpur magar khamosh....



नहीं मांगता ऐ खुदा कि,जिंदगी सौ साल की दे..
दे भले चंद लम्हों की, लेकिन कमाल की दे..!!

Nahi mangta aye khuda ki zindagi sau saal ki de, 
De bhale chand lamhe ki, lekin kamaal ki de......


कभी रजामंदी, तो कभी बगावत है इश्क..
मोहब्बत राधा की है, तो मीरा की इबादत है इश्क..!!

Kabhi raza mandi toh kabhi bagawat hai ishq, 
Mohabbat radha ki hai, toh meera ki ibadst hai ishq....



इन्सान सब कुछ कॉपी कर सकता हैं,,,
लेकिन किस्मत और नसीब नही..

Insaan sab kuch copy kar sakta hai, 
Lekin kismat aur naseeb nahi....



बस तुम्हेँ पाने की तमन्ना नहीँ रही..
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करतेँ हैँ.!!

Bas tumhe paane ki tamannah nahi rahi, 
Mohabbat toh aaj bhi beshumaar karte hai....



शोहरत तो जनाज़े के दिन पता चलेगी, 
दौलत तो कोई भी कमा लेता है.... 

Shohrat to janaze ke din pata chalegi,
Daulat to koi bhi kama leta hai..



ना था कोई हमारा ना हम किसी के है, 
बस एक खुदा है और हम उसी के है.... 

Na tha koi hamara na ham kisi ke hain,
Bas ek Khuda hai aur hum usi ke hain..


सिख जाओ वक़्त पर किसी की चाहत की कद्र करना, 
कही कोई थक ना जाए तुम्हे एहसास दिलाते दिलाते.... 

Seekh jao waqt par kisiki chahat ki qadar karna,
Kahin koi thak na jaye tumhein ehsaas dilate dilate..



ओढ़ कर मिट्टी की चादर बेनिशाँ हो जायेंगे, 
एक दिन आएंगे हम भी दास्तान हो जायेंगे.... 

Odh kar mitti ki chadar benishan ho jayenge,
Ek din aayega hum bhi dastaan ho jayenge... 



मै भी कभी हस्ता खेलता था, 
कल एक पुरानी तस्वीर मे देखा था खुद को.... 

Main bhi kabhi hasta khelta tha
kal ek purani tasveer mein dekha tha khud ko..

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